Thursday 5 December 2013

मिथिला राज्यक माँगपर धरना

आइ ५ दिसम्बर जन्तर-मन्तरपर राखल गेल एकदिवसीय धरना बहुत पैघ सफलताक संग समापन कैल गेल। जेना कि एहि धरनाक आयोजन मिथिला राज्य संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा कैल गेल छल आ एक पैघ अरसा उपरान्त भारतीय संसदक पटलपर मिथिला राज्य निर्माण हेतु राखल गेल बिहार झारखंड पुनर्गठन बिल २०१३ एक प्राइवेट मेम्बर बिलरूपमे दरभंगाक सांसद कीर्ति आजाद द्वारा सेहो बहस लेल प्रस्तुत होमयवाला अछि - आजुक धरनाक महत्त्व बहुतो कारणे बढि गेल छल आ तहिना समस्त मिथिलावादीक एकजुट समर्थनसँ औचित्य आरो बढि गेल बुझायल। जतय मिथिला राज्य निर्माण सेना दर्जनोंसँ ऊपर कार्यकर्ता जुटि गेल छलाह ओतहि अखिल भारतीय मिथिला पार्टीक कार्यकर्ता लोकनि सेहो अपन-अपन बैनर ओ झंडा संग-संग मिथिला राज्यक माँगक औचित्य प्रदर्शित करयवाला बहुतो तरहक नारासँ सजल बैनर - प्लेकार्डसहित बेर-बेर "मिथिला राज्य"केँ संविधान द्वारा पुनर्स्थापित करबाक माँग कैल गेल। 
धरनास्थलपर पूर्वनिर्धारित समय सँ मिथिला राज्य संयुक्त संघर्ष समितिक विभिन्न कार्यकर्तासंग अध्यक्ष बैद्यनाथ चौधरी बैजु पहुँचल छलाह आ ताहि समय दरभंगासँ भाजपा संसद कीर्ति आजाद जिनका द्वारा उपरोक्त प्राइवेट मेम्बर बिल सदनमे राखल गेल अछि ओहो बिलकेर विषय-सूची समेकित सूचनापत्रक संग उपस्थित होइत धरनाकर्मीकेँ बिलक विषयपर प्रकाश दैत कहलनि जे आन्दोलन भले जतेको कतहु भेल हो लेकिन समुचित फोरम सदनमे एकरा चर्चारूपमे आनब अपन मूल कर्तब्य बुझैत बहुत मेहनतसँ बैजुजी सनक समर्पित अभियानी-आन्दोलनी सबहक मार्गदर्शनमे ११२० पृष्ठक बिहार-झारखंड पुनर्गठन बिल २०१३ राखल गेल अछि। संसदमे उपस्थित हेबाक हडबडीक कारणे ओ समस्त मिथिलावासीसँ धरनापर उपलब्ध आन्दोलनीक मार्फत बस एक संदेश जे मिथिला लेल ताउम्र संघर्ष करब आ एकर उपेक्षा विरुद्ध संविधानसँ अधिकार लऽ के रहब, बस अपने लोकनि सदिखन एहि संघर्षमे संग दी कहैत ओ पुन: साढे बारह बजे आपसी अयबाक वादासंग प्रस्थान कय गेलाह। तदोपरान्त बैद्यनाथ चौधरी बैजु अपन जीवनक लगभग ४ दशकसँ ऊपरसँ जनआन्दोलन आ औपनिवेशिक चापसँ मुक्ति हेतु कतेको यातना झेलैत संघर्ष करैत रहबाक उद्धरण दैत समस्त मिथिलावासीकेँ अपन-अपन विद्यमान वर्तमानक संग निज-अधिकार आ मिथिला राज्यक सोराज लेल जाग्रत अवस्थामे रहबाक अपील कयलन्हि, संगहि जनमानसकेँ अधिकार सम्पन्नता लेल जनप्रतिनिधि चुनबाक घडी मात्र आ मात्र एकटा मुद्दा जे मिथिलाक विकास लेल मिथिला राज्यक माँगकेर समर्थन केनिहारकेँ समर्थन दय संसद-विधानसभा पहुँचाबैक अनुरोध कयलन्हि। प्रो. उदय शंकर मिश्र मिथिलाक गरिमापूर्ण इतिहाससँ भारतक आभूषण-मुकुटमणि मिथिला राज्यरूपमे मान्यता नहि प्राप्त करबाक बातकेँ भारत लेल दुर्भाग्यपूर्ण होयबाक तर्क प्रस्तुत कयलन्हि। भारत विश्वगुरुक श्रेणीमे मिथिलाक चलते पहुँचल आ से मिथिला यदि दुर्भाग्यक शिकार होइत लोकपलायन लेल मजबूर होयत तँ सहजहि ई सहबाक योग्य बात नहि अछि आ सब कियो एकजुटतासँ योजनाबद्ध आ चरणबद्ध आन्दोलनकेँ निरन्तरता ताबत तक प्रदान करी जाबत ई माँग जन-जन द्वारा समर्थित नहि बनैछ, से कहि युवाशक्तिकेँ आगू अयबाक लेल अनुरोध केलनि। मिथिला राज्य निर्माण सेनाक अध्यक्ष जे मिथिलासँ मात्र धरनामे सहभागी बनय लेल आयल छलाह ओ समस्त आन्दोलनीक मर्मकेँ मनन करैत गछलैन जे बहुत बात हम सब जेना-तेना कय लैत छी, लेकिन विश्वास अछि जे माँ जानकीक भूमि मिथिलाकेँ आब आरो बहुत समयतक एना विपन्न नहि राखल जा सकैत छैक आ हम सब क्रमश: बेसी जागृति पाबि रहल छी, अपन अधिकार लेबे टा करबैक, मिथिला राज्य बनेबे टा करबैक। तहिना दिल्लीक विभिन्न क्षेत्रसँ धरनापर आयल नेतृत्वकर्मी, ग्वालियरसँ आयल प्रो. शिवाकर ठाकुर, नेपालसँ पहुँचल हम स्वयं सेहो मिथिलाक पहिचानकेँ संविधान द्वारा सम्मान देबाक बात दोहरबैत अपन पूर्ण समर्पित योगदान दैत मिथिलाक पहिचान संग संस्कृतिक संरक्षणलेल प्रतिबद्धता जाहिर केने रही। श्रीमती रंजु ठाकुर, सुधा झा सेहो आजुक कार्यक्रममे आबि भविष्यमे आरो बेसी संख्यामे मैथिलानीक सहभागिता सुनिश्चित करबाक वचनबद्धता प्रकट कयलीह। आजुक दिन भरिक कार्यक्रममे बड बुजुर्ग अभियानी संग नवतुरिया आन्दोलनीक नीक भीडबहुत देर शांझतक चलैत रहल। 
अन्तमे मिथिला राज्य निर्माण सेनाक पूर्वप्रस्तावित जदयू नेता संजय झा केर मिथिला राज्य आन्दोलनकेँ हवाहवाई कहि मजाक उडेबाक बातकेँ घोर भर्त्सना करैत हुनकर पुतला दहन करबाक प्रक्रियामे किछु आपसी मतान्तर रहितो भव्य नाराबाजीक संग मिथिलाविरोधीकेँ सावधान करैत पुतलादहन कार्यक्रम सेहो कैल गेल। तदोपरान्त भविष्यमे आन्दोलन कोन तरहे एकजुटतासँ संचालित कैल जायत ताहिपर एक छोट गोष्ठी करैत सब अपन-अपन विचार ओ प्रतिबद्धता प्रकट करैत कार्यक्रमकेँ समापन घोषित कयल गेल। आजुक कार्यक्रममे मिथिलाक अन्य कोनो कार्यक्रम अनुरूप किछु आपसी मत पर सेहो खण्डन-मण्डन भेल; जे दू अलग-अलग पीढी आ बिना सुसंगठित विभिन्न क्षेत्रक आन्दोलनीक एकठाम अयलापर भेनाइयो स्वाभाविके छैक ताहि तरहें किछु रास विन्दुपर बहुमतक निर्णयसँ कार्य करबाक नीतिपर कार्यक्रम केर संचालन पूर्ण सफलताक संग कैल गेल। कार्यक्रममे देशक लगभग सब प्रमुख चैनल आ मिडियाक विभिन्न माध्यमक कवरेज लेल गेल। पूर्ण संचालन स्वयं बैजु बाबु कयलन्हि। युवा तुरिया आ अनुभवी आन्दोलनीक सहकार्यसँ आजुक धरना एक विशेष धारमे बहैत मिथिला राज्य निर्माण दिशि बढल एक ऐतिहासिक डेग बनि गेल।

हरि: हर:!!


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